तुम्हारे_पास_आने_से_मैं_घबराता_हूँ..,
तुमसे_दूर_जाने_से_मैं_डर_जाता_हूँ..,
इश्क_में_ये_कैसी_कश्मकश_है_दिल_में..,
कि_जुबान_से_कहने_से_विनोद _शर्माता_है..,
तुम_बेफिक्र_सी_अक्सर_गुजर_जाती_हो..,
और_मैं_ग़मगीन_होकर_चला_जाता_हूँ..,
तुमसे_हाँ_की_उम्मीद_से_मैं_मुस्काता_हूँ..,
मगर_तेरी_ना_सोचकर_मैं_सिहर_जाता_हूँ..!!!!
तुमसे_दूर_जाने_से_मैं_डर_जाता_हूँ..,
इश्क_में_ये_कैसी_कश्मकश_है_दिल_में..,
कि_जुबान_से_कहने_से_विनोद _शर्माता_है..,
तुम_बेफिक्र_सी_अक्सर_गुजर_जाती_हो..,
और_मैं_ग़मगीन_होकर_चला_जाता_हूँ..,
तुमसे_हाँ_की_उम्मीद_से_मैं_मुस्काता_हूँ..,
मगर_तेरी_ना_सोचकर_मैं_सिहर_जाता_हूँ..!!!!

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